पैसे देकर पाप न खरीदें।

'परमाराध्य' परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य #स्वामिश्रीः #अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती '१००८' ने खेद प्रकट करते हुए दिया धर्मादेश।

एक चलचित्र आदिपुरुष नाम से प्रकाशित हुई है, जिसमें भारत की सनातन आस्था पर प्रहार करते हुए पौराणिक सन्दर्भो को अश्लीलता के साथ  चित्रित किया गया है। यह भारत के महान् आदर्शो के चरित्र के साथ खिलवाड़ है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकारा नहीं जा सकता है। 

हरि हर निन्दा सुनइ जो काना।
होइ पाप गोघात समाना।।